मुजफ्फरनगर। मीडिया सेंटर पर सोमवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें शाहनवाज पुत्र उमरदीन हाल निवासी नाभा जिला पटियाला पंजाब ने बताया कि वह मूल रूप से ग्राम बधेव कन्नू खेड़ा थाना आदर्श मंडी शामली का रहने वाला है। उसने अपनी लड़की मंजू की शादी 12 अप्रैल 2015 में कासिम पुत्र नानू दीन निवासी उमरपुर के साथ की थी। शादी के बाद से पति कासिम, ससुर नानूदीन, सास कुरेशा, जेठ मुस्तफा, व देवर अनीश दहेज को लेकर उत्पीड़न करने लगे। 15 नवंबर 2016 की रात्रि में उपरोक्त लोगों ने मंजू पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी और उसकी हत्या कर दी। नाभा में पुत्री की मौत का समाचार मिला, जिसके बाद में गांव आया और रिश्तेदारों को लेकर उमरपुर पहंचा। जहां पर लड़की की लाश घर पर मिली। आरोपी फरार थे। उसने इस मामले की रिपोर्ट कोतवाली बुढ़ाना पर लिखवाई यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है। अभी तक कासिम की जमानत हो पाई है। उसने आरोप लगाते हए कहा कि इस मुकदमे के सभी मुलजिम उस पर फैसले का नाजायज दबाव बना रहे हैं। शाहनवाज ने आगे बताया कि 26 सितंबर 2019 में जब अपने अधिवक्ता की सीट पर गया था तब उस पर दबाव बनाया गया और एक झूठ बलात्कार से संबंधित प्रार्थना पत्र न्यायालय सीजेएम में दे दिया साजिदा पत्नी हुकुममुद्दीन गांव कसेरवा ने। साजिदा ने थाना शाहपुर में झूठी रिपोर्ट लिखा दी, इसमें उसे, उसके भतीजे गवाह आरिफ व भाई शरीफ को नाम दर्ज कराया गया। उसने बताया कि साजिदा का एक संगठित गिरोह है वह इस प्रकार का आरोप लगाकर बाद में फैसला कर पैसे लेने का काम करती है। उसने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। उपरोक्त सभी लोग साजिदा से मिलकर उस पर मुकदमे में फैसले का दबाव डाल रहे हैं। उसकी लड़की के मामले को दृष्टिगत रखते हुए साजिदा द्वारा पूर्व में उस पर लगे मुकदमों की पृष्ठभूमि को देखते हुए उस पर उसके भाई भतीजे की झूठी नामजगी को समाप्त कराया जाए ताकि वह स्वतंत्र होकर अपनी गवाही दे सके।
दहेज हत्या की शिकार महिला के पिता ने मांगा न्याय